"मधुकैटभविध्वंसि विधातृ वरदे नम:
रुपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।।"
अर्थ:➡️ हे मधुकैटभविनाशिनी, हे ब्रह्मवर्दिनी, आपको नमस्कार है। मुझे रूप दो, मुझे विजय दो, मुझे वैभव दो और वासना और क्रोध के शत्रुओं का नाश करो।
💐संस्कृतम् 💐
१. राष्ट्रपतिः कोविन्दः प्रधानमन्त्री मोदी च सेनास्य वीरः सैनिकेभ्यः अभिवादनम् अकुरुताम्. २.कुशीनगरम् अन्तराष्ट्रीय विमानपत्तनाय नीत्वा एयरल...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें